By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
  • Home
  • Letter
  • Blog
  • Teacher News
  • Stories
  • Contact
    • About Us
    • Disclaimer
    • Terms and Conditions
    • Privacy & Policy
Search
  • Advertise
Reading: MDM : मध्याहन भोजन में सरस्वती वाहिनी का कार्य और दायित्व
Share
Sign In
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
  • Home
  • Letter
  • Blog
  • Teacher News
  • Stories
  • Contact
Search
  • Home
  • Letter
  • Blog
  • Teacher News
  • Stories
  • Contact
    • About Us
    • Disclaimer
    • Terms and Conditions
    • Privacy & Policy
Have an existing account? Sign In
Follow US
  • Advertise
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
> Blog > Blog > MDM : मध्याहन भोजन में सरस्वती वाहिनी का कार्य और दायित्व
BlogTeacher News

MDM : मध्याहन भोजन में सरस्वती वाहिनी का कार्य और दायित्व

educationjhar
Last updated: 07/12/2024 06:36
educationjhar
Share
6 Min Read
MDM
SHARE

सभी सरकारी तथा सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों में नामांकित वर्ग KG से 5 एवं वर्ग 6 से 8 के छात्र/छात्राओं को मध्याहन भोजन योजना (MDM) के अन्तर्गत पका भोजन दिया जाता है। इसके अंतर्गत क्रमशः 480 कैलोरी एवं 720 कैलोरी तथा 13 ग्राम प्रोटिन एवं 20-21 ग्राम प्रोटिन की मात्रा उपलब्ध हो वितरित किया जाता है। लाभान्वित होने वाले छात्र/छात्राओं का ससमय पौष्टिक एवं ताजा भोजन प्राप्त हो सके, इसकी तैयारी एवं स्वच्छता का रख-रखाव के लिए विद्यालय स्तर पर ‘सरस्वती वाहिनी संचालन समिति ‘ के माध्यम से मध्याह्न भोजन योजना संचालित किया जाता है। ।

WhatsApp Channel Join Now
Contents
MDM में सरस्वती वाहिनी संचालन समिति का स्वरूपरसोईया चयन का नियमसरस्वती वाहिनी का कार्यसरस्वती वाहिनी संचालन समिति का दायित्वमिड डे मील की सामग्री मात्रा

सरस्वती वाहिनी संचालन समिति विद्यालय प्रबंधन समिति की ही एक उप समिति है। इस उप समिति के भी सदस्य होते हैं। योजना का क्रियान्वयन झारखण्ड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के माध्यम से किया जाता है।

MDM में सरस्वती वाहिनी संचालन समिति का स्वरूप

विद्यालय में मध्याहन भोजन (MDM)संचालन करने की जिम्मेवारी सरस्वती वाहिनी संचालन समिति को दिया गया है। यह विद्यालय प्रबंध समिति की एक उप समिति होती है , जो सरस्वती वाहिनी संचालन समिति कहलाती है । इस समिति में विद्यालय प्रबंध समिति की सभी महिला सदस्या, विद्यालय के प्रधान शिक्षक एवं अध्यक्ष पदेन सदस्य होते है । सरस्वती वाहिनी संचालन समिति आवश्यकतानुसार कर्मट / लगनशील अभिभावक माताओं को सरस्वती वाहिनी संचालन समिति के सदस्य रूप में जोड़ सकती है।

सरस्वती वाहिनी संचालन समिति अपने सदस्यों में से एक संयोजिका एवं एक उप संयोजिका का चयन कर सकती है जो विद्यालय प्रबंध समिति की भी सदस्य होंगी ताकि वे विद्यालय प्रबंध समिति के संपर्क में रहकर मध्याह्न भोजन योजना को सुव्यवस्थित ढंग से क्रियान्वित कर सके। विद्यालयों में मध्याहन भोजन तैयार करने और वितरित करने के लिए 79591 रसोइया -सह-सहायक कार्यरत हैं।

यह भी पढ़ें : ऑनलाइन छुट्टी नियम (Online Leave Rules) का क्या नियम है ?

WhatsApp Channel Join Now

यह भी पढ़ें : शिक्षकों का ऑनलाइन स्थानांतरण प्रक्रिया का क्या नियम है ?

यह भी पढ़ें : APAAR ID का उद्देश्य, कार्य, लाभ और बनाने का क्या नियम है ?

रसोईया चयन का नियम

सरस्वती वाहिनी संचालन समिति विद्यालय में छात्र-छात्राओं के नामांकन के अनुरूप पाककला में निपुण एवं संयमशील सदस्य माताओं को छात्रों का मध्याहन भोजन (MDM) पकाने एवं वितरण के लिए रसोइया का चयन कर सकती है। चयन का आधार निम्न प्रकार से होगी :-

➮ 25 औसत छात्र/छात्राओं की उपस्थिति संख्या पर -एक रसोईया

➮ 26 से 100 औसत छात्र/छात्राओं की उपस्थिति संख्या पर – दो रसोईया

➮ 101 या उससे अधिक औसत छात्र/छात्राओं की उपस्थिति संख्या पर प्रत्येक अतिरिक्त 100 छात्र-छात्राओं पर – एक अतिरिक्त रसोइया

सरस्वती वाहिनी का कार्य

सरस्वती वाहिनी संचालन समिति मध्याहन भोजन योजना (MDM) के क्रियान्वयन के अतिरिक्त अपने क्षेत्र में बालक/ बालिकाओं की शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए माताओं से संपर्क कर उन्हें प्रोत्साहित करने का कार्य करेगी। सरस्वती वाहिनी संचालन समिति के सदस्यों से सरकार की यह अपेक्षा है कि वाहिनी के सभी सदस्य निःस्वार्थ पक्षपातहीन एवं संपूर्ण निष्ठा की भावना से समिति के साथ जुड़ी रहेंगी तथा शत-प्रतिशत नामांकन, छात्र/छात्राओं के ठहराव एवं विद्यालय के विकास हेतु विद्यालय प्रबंध समिति, सरकार एवं समुदाय को आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगी।

सरस्वती वाहिनी संचालन समिति का दायित्व

माता समिति का कार्य केवल मध्याहन भोजन (MDM) तैयार करना ही नहीं है अपितु विद्यालय से सम्बंधित अनेक कार्य और दायित्व होते है जो निम्न प्रकार से है :-

  1. खाद्यान्न उठाव कर विद्यालय में सुरक्षित रखना।
  2. पाकशाला को नियमित स्वच्छ एवं साफ रखने की व्यवस्था करना।
  3. खाद्य सामग्रियां ताजी, शुद्ध एवं ब्रांडेड हो यह सुनिश्चित करना ।
  4. खाद्य सामग्रियों की व्यवस्था करना एवं सुरक्षित रूप से संधारित करना।
  5. बर्तन, गैस स्टोय आदि सामान सुरक्षित रखना, प्रखण्ड स्तर से गैस की आपूर्ति की निरन्तता हेतु समन्यय/ संपर्क बनाये रखना।
  6. बच्चों को ससमय पौष्टिक मध्याहन भोजन (MDM) उपलब्ध कराना।
  7. विद्यालयों के दिनवार बच्चों की दैनिक उपस्थिति दर्शाते हुए प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना ।
  8. विद्यालय स्वच्छता एवं गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना।

मिड डे मील की सामग्री मात्रा

पीएम पोषण योजना के अंतर्गत विद्यालय में बच्चों को दी जा रही मध्याहन भोजन (MDM) गुणवत्ता युक्त हो इसके लिए राशन की सामग्री की मात्रा निर्धारित की गयी है। इसके अलावे सप्ताह में प्रतिदिन अलग अलग मेनू के मुताबिक़ गरम खाना परोसा जाता है। सामग्री की मात्रा कक्षा KG से 5 तक और 6 से 8 तक के लिए अलग-अलग है जो निम्न प्रकार से है:-

क्र.सं.सामग्री का प्रकारKG-56-8
1चावल100 ग्राम150 ग्राम
2दाल20 ग्राम30 ग्राम
3सब्जी50 ग्राम75 ग्राम
4तेल और वसा5 ग्राम7.5 ग्राम
5नमक और मसालाआवश्यकतानुसारआवश्यकतानुसार

You Might Also Like

JAC Result 2025 : कक्षा 8वीं का रिजल्ट यहां से देखें

SCHOOL SOP 2025 : सरकारी विद्यालयों का संचालन हेतु आया नया निर्देश

मातृत्व अवकाश (Maternity Leave) : शिक्षिकाओं का वेतन रोका जाना नियमों के विरुद्ध , जानिये क्या है नया नियम और शर्ते ?

NEP 2020 : नई शिक्षा नीति के सपनों को साकार करते बादल राज, प्रारंभिक शिक्षा में नवाचार की मिसाल

सीटी बजाओ अभियान ने बदली तस्वीर, स्कूलों में लौटी रौनक, जानिए कैसे?

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.
[mc4wp_form]
By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article GPF Employee portal GPF Employee portal : अग्रिम राशि की निकासी विधि
Next Article बाल संसद (Bal Sansad) के पदों की भूमिका एवं जिम्मेदारियां बाल संसद (Bal Sansad) के पदों की भूमिका एवं जिम्मेदारियां
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

235.3kFollowersLike
69.1kFollowersFollow
56.4kFollowersFollow
4.4kFollowersFollow
- Advertisement -

Latest News

JAC Result 2025 : कक्षा 8वीं का रिजल्ट यहां से देखें
Blog Primary School 06/05/2025
SCHOOL SOP 2025
SCHOOL SOP 2025 : सरकारी विद्यालयों का संचालन हेतु आया नया निर्देश
Blog Teacher News 04/05/2025
मातृत्व अवकाश (Maternity Leave)
मातृत्व अवकाश (Maternity Leave) : शिक्षिकाओं का वेतन रोका जाना नियमों के विरुद्ध , जानिये क्या है नया नियम और शर्ते ?
Blog Government servant Primary School Service Code Teacher News 02/05/2025
NEP 2020
NEP 2020 : नई शिक्षा नीति के सपनों को साकार करते बादल राज, प्रारंभिक शिक्षा में नवाचार की मिसाल
Blog Primary School Teacher News 27/04/2025
Follow US

Copyright © Education Jharkhand. All Right Reserved. Designed by Nerold IT Service

Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?