राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 को लागू हुए लगभग पाँच साल हो गए हैं। 2025 में इसे लेकर केंद्र और राज्य सरकारों ने कई महत्त्वपूर्ण बदलाव किए हैं, खासकर शिक्षकों के प्रशिक्षण (Teacher Training) को लेकर। इस लेख में हम 2025 में शिक्षक प्रशिक्षण से जुड़े नए नियमों, अनिवार्यताओं, और अवसरों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
NEP 2020 में शिक्षक प्रशिक्षण की भूमिका क्यों महत्वपूर्ण है?
NEP 2020 का उद्देश्य केवल छात्रों की पढ़ाई में बदलाव नहीं है, बल्कि इसका केन्द्र-बिंदु शिक्षक हैं। नीति कहती है:- “ शिक्षकों को राष्ट्र निर्माता माना गया है, और उनकी गुणवत्ता ही शिक्षा की गुणवत्ता निर्धारित करती है।” इसलिए, शिक्षक प्रशिक्षण का मानकीकरण, डिजिटलकरण और नवाचार पर ज़ोर दिया गया है।
2025 में शिक्षक प्रशिक्षण से जुड़े मुख्य नए नियम
✅ 1. हर शिक्षक के लिए 50 घंटे का वार्षिक प्रशिक्षण अनिवार्य
• अब सभी शिक्षक (प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक) को हर साल कम से कम 50 घंटे का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य होगा।
• यह प्रशिक्षण DIKSHA, NISHTHA, या राज्य स्तरीय LMS पोर्टल पर होगा।
✅ 2. AI और डिजिटल टूल्स का उपयोग
• शिक्षकों को AI- आधारित शिक्षण, डिजिटल मूल्यांकन उपकरण और ब्लेंडेड लर्निंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
• कुछ राज्यों ने “AI-ready teacher” टैग देने की भी घोषणा की है।
✅ 3. जॉइनिंग से पहले अनिवार्य Induction Training
• नए नियुक्त शिक्षकों को स्कूल में जॉइनिंग से पहले 30-45 दिन का Induction Training लेना अनिवार्य होगा।
✅ 4. Credit-based Continuous Professional Development (CPD) System
• हर प्रशिक्षण अब क्रेडिट पॉइंट्स के रूप में दर्ज होगा, जो प्रमोशन और पदोन्नति में जुड़ेंगे।
• कम से कम 75 क्रेडिट 5 साल में अनिवार्य।
✅ 5. ब्लॉक, ज़िला और राज्य स्तरीय प्रशिक्षण मॉड्यूल प्रशिक्षण अब तीन स्तरों पर होगा –
🔸 ब्लॉक स्तरीय (BITE, BRC)
🔸 ज़िला स्तरीय (DIET)
🔸 राज्य स्तरीय (SCERT/NCERT सहयोग)
DIKSHA और NISHTHA: अब तक कितने शिक्षक जुड़ चुके हैं?
• DIKSHA पोर्टल पर 2025 तक 1 करोड़+ शिक्षक पंजीकृत हो चुके हैं।
• NISHTHA 4.0 (NEP आधारित प्रशिक्षण) में अब तक 50 लाख+ शिक्षक भाग ले चुके हैं।
• मई 2025 से एक नया कोर्स “Transforming Teaching 2025” लॉन्च हुआ है, जो AI आधारित शिक्षण पर केंद्रित है।
नए प्रशिक्षण में किन विषयों पर फोकस किया जा रहा है?
विषय | उद्देश्य |
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फ़ाउंडेशनल लिटरेसी व न्यूमरसी | बुनियादी पढ़ाई सुधारना |
समावेशी शिक्षा (Inclusive Education) | विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए |
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस | आधुनिक तकनीक से परिचय |
मूल्यमान शिक्षा (Value-Based Education) | नैतिक शिक्षा |
मानसिक स्वास्थ्य एवं परामर्श | छात्र समर्थन प्रणाली |
शिक्षकों की प्रोन्नति में प्रशिक्षण का रोल
अब पदोन्नति (Promotion) के लिए केवल अनुभव नहीं, बल्कि प्रशिक्षण क्रेडिट, कोर्स कंप्लीशन सर्टिफिकेट, और रिफ्लेक्शन रिपोर्ट भी ज़रूरी हो गई है। यानी जो शिक्षक अपने ज्ञान को अपडेट करते रहेंगे, उन्हें ही ज़्यादा मौके मिलेंगे।
निष्कर्ष
NEP 2020 के तहत 2025 में आए ये शिक्षक प्रशिक्षण के नियम न केवल शिक्षकों की भूमिका को मज़बूत करते हैं, बल्कि उन्हें 21वीं सदी के शिक्षक बनने की दिशा में तैयार करते हैं। यदि आप शिक्षक हैं, तो यह मौका है खुद को अपग्रेड करने का, क्योंकि आने वाला समय तकनीक, नवाचार और निरंतर सीखने का है।