गुरूजी शब्द “गुरु “और “जी” शब्द से बना है। गुरु ज्ञान और शिक्षा प्रदान करता है एवं उज्जवल भविष्य के मार्गदर्शक होता है। यही कारण है की इसके साथ “जी” जैसे सम्मानित और आदरणीय शब्द जोड़े गए हैं। J-Guruji ऐप्प को झारखण्ड के सरकारी स्कूलों में पदस्थापित गुरुजनों के पठन-पाठन में सहायक के रूप में बनाया गया है।
J-Guruji Jharkhand ऐप्प में शिक्षकों के लिए कई प्रकार की सामग्रियाँ उपलब्ध होती है। राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में प्रति सप्ताह Project RAIL के तहत होने वाले साप्ताहिक टेस्ट की प्रश्नपत्र इसी ऐप्प से डाउनलोड की जाती है। अब इसी कड़ी में झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद , रांची (JCERT ) द्वारा कक्षा 1 से 12 तक सरकारी एवं गैर सरकारी सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित ) सभी शिक्षक / शिक्षिकाओं के लिए 50 घंटे का ऑनलाइन एवं ऑफलाइन अनिवार्य प्रशिक्षण देगी। ऑनलाइन प्रशिक्षण सभी शिक्षकों के लिए अनिवार्य है जो एक माह में प्रशिक्षण को पूरा करना है।

प्रशिक्षण का उद्देश्य
झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद , रांची द्वारा यह प्रशिक्षण देने का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों की शिक्षण क्षमता, कार्यक्षमता का बढ़ावा , विषय-वस्तु की समझ व परख तथा कक्षा प्रबंधन कौशल को विकसित करना है, ताकि वे छात्रों को अधिक प्रभावी ढंग से पढ़ा सकें।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ 2020 में शिक्षकों के सतत पेशेवर विकास (Continuous Professional Development) हेतु कम-से-कम 50 घंटों के प्रशिक्षण का प्रावधान रखा गया है। इसका उद्देश्य शिक्षक को स्वयं में सुधार करने के लिए और पेशे से संबंधित आधुनिक विचार, नवीनतम शिक्षण तकनीक, पद्धति, कौशल और नवाचार को सीखने के लिए अवसर उपलब्ध कराना है ।
सतत पेशेवर विकास (Continuous Professional Development) के अवसरों में विशेष रूप से बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान के नवीनतम शिक्षण शास्त्र, अधिगम परिणामों के रचनात्मक और अनुकूल आकलन, योग्यता आधारित अधिगम और संबंधित शिक्षण शास्त्र जैसे अनुभवात्मक शिक्षण, कला – एकीकृत, खेल- एकीकृत और कहानी आधारित दृष्टिकोण आदि को क्रमबद्ध रूप से सम्मिलित करना अतिआवश्यक है। इन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए J-Guruji Jharkhand ऐप्प से प्रशिक्षण अनिवार्य है।
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प्रशिक्षण की प्रक्रिया क्या होगी ?
प्रशिक्षण पूरा करने की प्रक्रिया दो प्रकार की होगी।
- ऑफलाइन
- ऑनलाइन
1.ऑफलाइन :- ऑफलाइन प्रशिक्षण दो प्रकार की होगी। एक गैर आवासीय जहाँ पर प्रशिक्षण पाने के लिए शिक्षकों को रात में ठहरने की आवश्यकता नहीं होगी। यह प्रशिक्षण सभी जिलों के डायट सेंटर पर होगी। यह प्रशिक्षण 6 घंटों की अर्थात एक दिवसीय होगी। दूसरा ऑफलाइन प्रशिक्षण जीसीआरटी रातू में होगी जो पूर्णतः आवासीय होगी। यह प्रशिक्षण 20 घंटे की होगी।
2.ऑनलाइन :- ऑनलाइन प्रशिक्षण सामान्य होगी और यह लगभग 24 घंटे की होगी। इसमें Pedagogy, Assessment, DIKSHA, NEP, Classroom Management, NCF-SCF आदि से संबंधित ऑनलाइन प्रशिक्षण होगा। ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए मोबाइल या टैब या लैपटॉप में इंटरनेट की आवश्यकता होगी।
निष्कर्ष
जेसीआरटी द्वारा निर्धारित यह प्रशिक्षण लम्बी अवधि 50 घंटों की होगी। सभी कोटि के शिक्षकों को नवीनतम अनुसंधानों से अपडेट , डिजिटल शिक्षा, ई-लर्निंग टूल्स और स्मार्ट क्लासरूम के उपयोग में, समावेशी शिक्षा और विविध पृष्ठभूमि के छात्रों को बेहतर तरीके से पढ़ाने के लिए, शिक्षा के क्षेत्र में नैतिकता, अनुशासन और नेतृत्व क्षमताओं को विकसित करने के लिए यह प्रशिक्षण आवश्यक है। प्रशिक्षण ऑफलाइन एवं ऑनलाइन दोनों प्रकार से होगी।