सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने और ठहराव के लिए प्रयास कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इसके तहत विद्यालय में झारखंड की नदी, फूल, कला और महापुरुष के नाम से हाउस का निर्माण किया जाना है जिसमे सभी कक्षा के बच्चे सभी हाउस में शामिल होंगे। प्रत्येक माह के अंत में बच्चों की उपस्थिति का अवलोकन करने के बाद हरा टिक और लाल वृत्त के चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। इससे बच्चों को चिन्हित करने में काफी सहूलियत मिलती है।
स्कूलों में बच्चों की अनियमित उपस्थिति और छीजित के कारण उन बच्चों में सोचने, समझने और सीखने की क्षमता घटती जाती है। इसकी निराकरण हेतु प्रयास कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है। यह कार्यक्रम इतना सफल हुआ की अब इन्हे प्रोजेक्ट इम्पैक्ट कार्यक्रम से जोड़ा गया है। वर्तमान में यह बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने ठहराव के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है।

प्रयास कार्यक्रम में हॉउस निर्माण
प्रयास कार्यक्रम के तहत स्कूल में छात्रों की अनुपस्थिति की रोकथाम की दिशा में हाउस का निर्माण एक अहम कदम है। विद्यालय में कुल नामांकित विद्यार्थियों को उस विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के बीच चार समानुपातिक रूप से बाँट कर समूह तैयार किया जाएगा जिसे ‘हाउस’ कहा जाएगा। प्रत्येक हाउस में बाल-संसद का कम-से-कम एक छात्र/छात्रा अनिवार्य रूप से सम्मिलित रहेगा। प्रत्येक हाउस का एक नाम होगा जिसे झारखंड की नदी, फूल, कला, सर्वमान्य प्रसिद्ध व्यक्तित्व (स्वतंत्रता सेनानी, साहित्यकार, वैज्ञानिक आदि) के नाम पर रखा जा सकता है। प्रत्येक हाउस के लिए अलग-अलग रंग के झंडे का उपयोग भी किया जा सकता है।
हाउस का सफल क्रियान्वयन हेतु प्रत्येक में निम्न प्रकार का पद होगा:-
क्रम संख्या | प्रकार | नाम |
---|---|---|
1 | हाउस का नाम | झारखंड की नदी, फूल, कला और महापुरुष |
2 | हाउस लीडर | विद्यालय के शिक्षक |
3 | हाउस कप्तान | बाल संसद का सदस्य |
4 | हाउस समन्वयक | विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य |
5. | उपस्थिति – मित्र | बाल संसद का सदस्य |
प्रयास कार्यक्रम के प्रत्येक हाउस में विद्यालय के बाल संसद का कम-से-कम एक सदस्य अनिवार्य रूप से सम्मिलित होना चाहिए। हाउस में शामिल बाल संसद के एक से अधिक सदस्यों में से एक को हाउस कप्तान एवं एक अन्य को उपस्थिति – मित्र (Attendance Buddy) चयनित किया जाएगा। यदि किसी हाउस में बाल-संसद का एक ही सदस्य हो, तो वह हाउस कप्तान तथा उपस्थिति – मित्र दोनों की ही भूमिका निभाएगा । हाउस कप्तान तथा उपस्थिति – मित्र संयुक्त रूप से अपने-अपने हाउस के बच्चों की नियमित उपस्थिति के लिए प्रयासरत रहेंगे और उनकी यह कोशिश होगी कि उनके हाउस में अधिकाधिक संख्या में 3 हरा टीक वाले बच्चे हों।
प्रयास के तहत हाउस गठन की एक पंजी होगी। इसमें हाउस का निर्माण और प्रत्येक माह में चिन्हित बच्चों का रिकार्ड संधारण किये जायेंगे। चिन्हित बच्चों पर आवश्यक क्या प्रयास किये गए उसका पूरा विवरणी संधारित किये जायेंगे। प्रत्येक हाउस की जिम्मेदारी शिक्षकों के साथ बाल संसद के सदस्य और विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य की होगी।
विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों में से एक-एक सदस्य को प्रत्येक हाउस के लिए उस हाउस के ‘हाउस लीडर’ के रूप में नामित किया जाएगा। हाउस लीडर, हाउस समन्वयक और हाउस कप्तान/उपस्थिति-मित्र अपने – अपने हाउस के बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने का कार्य करेंगे। साथ ही हाउस की सभी गतिविधियों के लिए हाउस लीडर, हाउस समन्वयक और हाउस
कप्तान / उपस्थिति – मित्र ही जिम्मेवार होंगे।
चारों हाउस के लिए चार प्रकार के झंडे होंगे जो प्रतिदिन प्रार्थना सभा में होगी। चारों झंडा का रंग लाल, ब्लू, हरा और पीला निर्धारित है। प्रयास का विवरणी स्कूल के दीवारों में अंकित रहना चाहिए।
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उद्देश्य:
प्रयास कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है :-
1.विद्यालय में सभी बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना।
2. सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना।
3.बच्चों को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से आच्छादित करना।
उपस्थिति सूचक
प्रयास कार्यक्रम के अनुसार बच्चों की नियमित उपस्थिति का ध्यान प्रतिदिन रखना आवश्यक है। अगर कोई बच्चा बिना सूचना के अनुपस्थित होता है, तो बच्चों की उपस्थिति लेने के क्रम में इसका ध्यान रखना चाहिए और बच्चे की अनुपस्थिति के संबंध में शिक्षक को जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
बच्चे की उपस्थिति के अनुसार प्रत्येक माह के अंत में उपस्थिति पंजी में उनके नाम के आगे सूचक के रूप में हरे रंग का सही का चिह्न (✓) अथवा लाल वृत्त का चिह्न (O) देने के लिए निम्नांकित प्रक्रिया अपनाई जाएगी :-
उपस्थिति के सूचक | सूचक का विवरण |
---|---|
✓ ✓ ✓ | सभी दिन ( 100% ) उपस्थित होने वाले प्रत्येक बच्चे को तीन हरा सही चिह्न |
✓ ✓ | 90% से अधिक एवं 100% से कम उपस्थित होने वाले प्रत्येक बच्चे को दो हरा सही चिह्न |
✓ | 80% से अधिक एवं 90% से कम उपस्थित होने वाले प्रत्येक बच्चे को एक हरा सही चिह्न |
OOO | 30 दिनों से अधिक विद्यालय – दिवस में लगातार अनुपस्थित (छीजित) |
OO | विद्यालय दिवसों की आधी अवधि में अनुपस्थित रहने वाले प्रत्येक बच्चे को 2 लाल वृत्त |
O | तीन लगातार अनुपस्थित होने वाले प्रत्येक बच्चे को 1 लाल वृत्त |
प्रधानाध्यापक या प्रधान शिक्षक – शिक्षिका की भूमिका
प्रयास कार्यक्रम की सफलता के लिए विद्यालय से सम्बंधित सभी की भूमिका होनी चाहिए। विभाग द्वारा इसके लिए भी दायित्व का जिम्मा निर्धारित कर दिया गया है जो निम्नलखित प्रकार से है –
- विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों के सहयोग से विद्यालय पोषक क्षेत्र का निर्धारण किया जाएगा ।
- नये प्रारूप में छात्रों का उपस्थिति पंजी का संधारण करना ।
- प्रत्येक माह पी.टी.ए. की मासिक बैठक आयोजित कर छात्रोपस्थिति पंजी के संधारण की विधियां एवं शिक्षकों के दायित्वों की जानकारी देना ।
- कक्षा निरीक्षण के क्रम में छात्रोपस्थिति पंजी एवं अन्य गतिविधियों की जानकारी प्राप्त करना ।
- प्रत्येक शनिवार को बाल संसद की बैठक आयोजित कर अनुपस्थित बच्चों के संबंध में बाल संसद के सदस्यों के साथ विचार-विमर्श करना ।
- प्रत्येक माह विद्यालय प्रबंध समिति एवं सरस्वती वाहिनी संचालन समिति की बैठक आयोजित कर विगत माह में पूरे माह अनुपस्थित बच्चों के अभिभावकों को प्रेरित करना ताकि वे अपने बच्चे को नियमित विद्यालय भेजें।
- प्रत्येक माह का विद्यालय स्तरीय मासिक उपस्थिति प्रतिवेदन (परिशिष्ट-2 के अनुरूप ) तैयार करना एवं संकुल साधन सेवी को उपलब्ध कराना ।
- प्रत्येक शनिवार को दादी-नानी की कहानियाँ – उनकी जुबानी कार्यक्रम का, विद्यालय अवधि के पश्चात् आयोजन किया जाएगा।
- घर-घर सर्वेक्षण के माध्यम से शिशुपंजी का अद्यतनीकरण ।
- बैगलेस विद्यालय दिवस का आयोजन करना ।
- अपने विद्यालय के चार एवं तीन लाल वृत्त समूह वाले बच्चों की अद्यतन सूची उनके विवरण (अभिभावक का नाम, जन्मतिथि, कक्षा) सहित प्रति माह तैयार करना ।
- शैक्षणिक सत्र के समापन पर शत-प्रतिशत ( 91 प्रतिशत अथवा उससे अधिक) उपस्थिति वाले विद्यार्थियों को सम्मानित करना ।
वर्ग शिक्षकों की भूमिका
प्रयास कार्यक्रम की सफलता के लिए वर्ग शिक्षक की भमिका सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। इस कार्यक्रम के लिए वर्ग शिक्षक को निम्न रूप से दायित्व दिया गया है –
- हाउस समन्वयक के रूप में कार्य करना ।
- वर्ग शिक्षक छात्रोपस्थिति पंजी पर निगरानी रखते हुए अनुपस्थित बच्चों को चिह्नित करेंगे एवं उनके अभिभावकों से सम्पर्क कर अनुपस्थिति के कारण जानेंगे और पंजी में इसका रिकॉर्ड रखेंगे। विभिन्न स्टार प्राप्त करने वाले बच्चों की जानकारी प्रोफाइल में संरक्षित करेंगे । अनुपस्थित छात्र/छात्राओं के अभिभावक माता-पिता से मोबाइल अथवा व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर अनुपस्थिति के कारणों का पता करेंगे तथा स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे ।
- छात्र – छात्राओं की उपस्थिति-सूचक चिह्नों का प्रदर्शन करना ।
- छात्र-छात्राओं को हरे स्टार एवं स्माइली वाला बैज प्रदान करना ।
- अपनी कक्षा के चार एवं तीन लाल वृत्त समूह वाले बच्चों की अद्यतन सूची उनके विवरण (अभिभावक का नाम, जन्मतिथि, कक्षा, अनुपस्थिति की अवधि ) सहित तैयार करेंगे तथा प्रधान शिक्षक को सौंपेंगे।
विद्यालय प्रबंध समिति (हाउस लीडर) की भूमिका
- ग्राम पंचायत के कार्यकारिणी समिति द्वारा विद्यालय प्रबंध समिति के कार्यों का त्रैमासिक समीक्षा करेगी। विद्यालय प्रबंध समिति का यह दायित्व होगा कि ग्राम पंचायत के कार्यकारिणी समिति ( मुखिया एवं वार्ड सदस्यों ) के एक सदस्य समिति के प्रत्येक मासिक बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित हो ।
- विद्यालय के शिक्षकों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए विद्यालय पोषक क्षेत्र का निर्धारण करना ।
- विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों में से चयनित हाउस लीडर द्वारा समिति की बैठक में किए गए प्रयासों की जानकारी देना ।समिति की बैठक में प्रधान शिक्षक द्वारा विभिन्न अनुपस्थिति सूचक, यथा-लाल, हरा स्टार के रूप में चिन्हित छात्रों के बारे में अवगत कराना और इसके समाधान के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा करना ।
- घर-घर सर्वेक्षण एवं शिशुपंजी अद्यतनीकरण करना ।
- बैठक के उपरान्त चिन्हित छात्रों के घर जाकर उनके अभिभावकों से संपर्क करना एवं उन्हें स्कूल भेजने के प्रति प्रेरित करना ।
प्रयास कार्यक्रम में सरस्वती वाहिनी संचालन समिति (माता समिति) की भूमिका
- सरस्वती वाहिनी संचालन समिति की एक उप-समिति माता समिति होती है, जो प्रत्येक विद्यालय जहाँ मध्याह्न भोजन योजना संचालित हैं, में गठित है। सरस्वती वाहिनी संचालन समिति एवं माता समिति के सदस्य के बच्चों का उसी विद्यालय में नामांकित एवं अध्ययनरत होना अनिवार्य है। अतः ऐसे सदस्यों का यह दायित्व होगा कि उनके बच्चे अनिवार्य रूप से प्रत्येक विद्यालय दिवस में नियमित उपस्थित हों ।
- प्रयास कार्यक्रम के तहत सरस्वती वाहिनी संचालन समिति एवं माता समिति के सदस्यों की यह जिम्मेवारी होगी कि विद्यालय के पोषक क्षेत्र के 03-18 आयु वर्ग के बच्चे विद्यालय में हों।
हाउस समन्वयक (शिक्षक) की भूमिका
- विद्यालय प्रारंभ होने के पूर्व या विद्यालय अवधि के पश्चात् हाउस समन्वयक के रूप में चिन्हित शिक्षक/शिक्षिका द्वारा छात्रोपस्थिति पंजी से अपने-अपने हाउस के अनुपस्थित रहने वाले बच्चों की स्थिति की जानकारी प्राप्त करना ।
- त्यौहार के पूर्व एवं पश्चात् तथा महुआ चुनने के समय अभिभावकों में जागरूकता हेतु विद्यालय स्तर पर बैठक का आयोजन करना ।
- प्रयास कार्यक्रम के तहत हाउस समन्वयक को यह छूट रहेगी कि सुविधानुसार एक हाउस के बच्चों को विद्यालय के पोषक क्षेत्र के टोले के अनुसार दूसरे हाउस के बच्चों से अदला-बदली की जा सके।
- अभिभावकों से संपर्क कर बच्चे को विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करना । प्रायः ऐसा पाया गया है कि नामांकित बच्चे बिना किसी पूर्व सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित रहते हैं। हाउस समन्वयक (वर्ग शिक्षक) की यह जिम्मेवारी होगी कि प्रत्येक बच्चे को विद्यालय नहीं आने की सूचना देने हेतु प्रेरित करें। वर्ग 06 से वर्ग 12 के बच्चों के लिए अनुपस्थिति से संबंधित अग्रिम सूचना आवेदन के माध्यम से अनिवार्य रूप से वर्ग शिक्षक को दें।
हाउस कप्तान तथा उपस्थिति – मित्र (बाल संसद का सदस्य) की भूमिका
बाल – संसद के सदस्यों के सहयोग से अनुपस्थित रहे छात्रों को विद्यालय लाने का प्रयास करना है। इस प्रयास कार्यक्रम के अनुसार प्रत्येक शनिवार को आयोजित बाल – संसद की बैठक में सहपाठियों की उपस्थिति एवं विद्यालय के विकास पर चर्चा करना है इसके साथ ही अनुपस्थित बच्चों को विद्यालय आने के लिए प्रेरित करते हुए अपने साथ विद्यालय लाना की जिम्मेवारी भी हाउस कप्तान तथा उपस्थिति – मित्र की है।
सारांश
विद्यालयों में छात्रों की नियमित उपस्थिति और ठहराव के लिए अब तक की सबसे सफल कार्यक्रमों में से एक ” प्रयास कार्यक्रम ” है। इसकी शुरुआत 2014 में की गई थी। प्रयास कार्यक्रम के बाद छीजितों की संख्या अब नाम मात्र की रह गई है। बच्चों की नियमित उपस्थिति में सुधार हुआ है इसके अलावे मध्याहन भोजन खाने के पश्चात स्कूल से भागने पर काफी हद तक रोकथाम में निजात मिली है। ये सभी विद्यालय द्वारा किये गए प्रयास का सफल नतीजा है।