तिथि भोजन योजना सरकारी स्कूलों में एक अनूठा कार्यक्रम है जहाँ समुदाय के सदस्य विशेष अवसरों पर विद्यार्थियों को अतिरिक्त और स्वास्थ्य वर्धक, गुणवत्ता युक्त भोजन प्रदान करते हैं। तिथि भोजन मध्याह्न भोजन (मिड-डे मील) का विकल्प नहीं, बल्कि उसका पूरक है।
तिथि भोजन सामान्य मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के साथ चलता है और इसका उद्देश्य छात्रों के पोषण को और बेहतर बनाना है। यह समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए है और विशेष दिनों को यादगार बनाने का एक तरीका है।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तिथि भोजन कार्यक्रम को प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सरकारी विद्यालयों के छात्रों को उपलब्ध कराई जाने वाली सामग्री उच्च गुणवत्ता एवं पोषक तत्वों से परिपूर्ण हो।
तिथि भोजन योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि विशेष अवसरों, जैसे: त्योहार, वर्षगाँठ (जन्मदिन, विवाह), एवं राष्ट्रीय महत्व के दिवसों पर समुदाय के सदस्य छात्रों को पोषणयुक्त एवं स्वास्थ्यवर्धक भोजन उपलब्ध कराएँ। यह कार्यक्रम पूर्णतः स्वैच्छिक है। विशेष अवसर या त्योहार पर, संबंधित व्यक्ति या समुदाय की भागीदारी से, यह योगदान निम्नलिखित में से किसी भी रूप में दिया जा सकता है :-
- ✦ पूर्ण भोजन (Complete Meal)
- ✦ अतिरिक्त खाद्य पदार्थ (Supplemental Items) जैसे कि मिठाइयाँ, नमकीन, फल और सूखे मेवे (Dry Fruits) इत्यादि।
- ✦ सामग्री या उपकरण दान जैसे- खाना पकाने के बर्तन या डिनर सेट।

तिथि भोजन (Tithi Bhojan) का लाभ एवं आवश्यकताएं
तिथि भोजन (Tithi Bhojan) भारत सरकार के प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसका उद्देश्य सरकारी स्कूलों में बच्चों के पोषण स्तर को बढ़ाना और सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।
इसके लाभ निम्नलिखित है –
- ✦ समुदाय के बीच अपनेपन का विकास
- ✦ मध्याह्न भोजन में निहित पोषक तत्वों का अनुपूरण (Supplementation)
- ✦ स्थानीय समुदाय के साथ सद्भावपूर्ण संबंध का विकास
- ✦ सभी समुदाय के बच्चों में समानता की भावना का विकास
तिथि भोजन के अंतर्गत दिये जाने वाले खाद्य पदार्थ कौन-कौन से है ?
तिथि भोजन कार्यक्रम का प्राथमिक लक्ष्य नियमित मध्याह्न भोजन (Mid-Day Meal) के पूरक के रूप में सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए अतिरिक्त पोषण सुनिश्चित करना है।
इस पहल के तहत, खाद्य पदार्थों के चयन में दानदाता की व्यक्तिगत रुचि और क्षेत्रीय उपलब्धता को प्रमुखता दी जाती है, जिससे यह एक स्वैच्छिक और लचीला कार्यक्रम बन जाता है। हालाँकि, यह सुनिश्चित किया जाता है कि बच्चों को परोसे जाने वाले सभी खाद्य पदार्थ उच्च गुणवत्ता वाले हों और पौष्टिक तत्वों से भरपूर हो।
इसके अंतर्गत दिये जाने वाले खाद्य पदार्थ :-
- ☑︎ Tithi Bhojan के अंतर्गत खाद्य पदार्थ के रूप में बच्चों को पूर्ण भोजन या अतिरिक्त खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा सकती है।
- ☑︎ बच्चों को उपलब्ध कराई जाने वाली खाद्य सामग्री बच्चों के क्षेत्रीय परिवेश / खाद्य आदत (Food Habit) के अनुसार होना चाहिए ।
- ☑︎ पूर्ण भोजन के मामले में अनाज, दाल एवं सब्जी दिया जा सकता है।
- ☑︎ अतिरिक्त पोषण के रूप में फल, दूध, मिठाईयाँ, अंडे, बिस्किट, हलवा, चिक्की (बादाम + गरी ) अंकुरित बीज या अन्य कोई चीज, जो बच्चों के द्वारा पंसद किया जाता हो, दिया जा सकता है।
- ☑︎ मौसमी फल का भी चयन किया जा सकता है क्योंकि ये पोषणयुक्त, प्रभावी तथा अपेक्षाकृत किफायती लागत के होते है।
- ☑︎ बच्चों के द्वारा पसंद की जाने वाली खाद्य सामग्री की सूची तैयार कर समुदाय बीच प्रसारित की जा सकती है ताकि इच्छुक समुदाय / दाता द्वारा आगामी अवसर पर इसका उपयोग किया जा सके जिससे बच्चों में अधिकतम संतुष्टि हो ।
- ☑︎ वाटर फिल्टर, वाटरकूलर, पंखा आदि दान वस्तु के प्रकार के रूप में स्वीकार किए जा सकते है।
- ☑︎ यह अवधारणा गुजरात में शुरू हुआ जहाँ नकद / चेक स्वीकार्य नहीं किये जाते हैं । इसी मॉडल का अनुकरण सभी राज्य में किया जा सकता है ।
स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संबंधित मुद्दे
सरकारी स्कूलों में तिथि भोजन (Tithi Bhojan) कार्यक्रम से जुड़े स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी मुद्दे बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि सीधे तौर पर बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य पर असर डालते हैं।
तिथि भोजन के सफल कार्यान्वयन और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित प्रमुख पहलुओं पर ध्यान देना आवश्यक है:-
- ✧ ताजा तैयार खाद्य पदार्थ ही बच्चों को दिया जा सकता है। डिब्बा बंद सामग्री की आपूर्ति की स्थिति में इसके उपयोग की अंतिम तिथि (Expiry Date) की जांच करने के उपरांत ही वितरण की कार्रवाई की जानी चाहिए ।
- ✧ खाद्य सामग्री में उचित पोषक तत्व का होना आवश्यक है तथा सुविधाजनक स्वच्छ और साफ तथा उपयोग / वितरण में सहज होना चाहिए ।
- ✧ सब्जी, फल एवं शीघ्र नष्ट होने वाली खाद्य सामग्री का उपयोग एकदम ताजा (Fresh) के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए ।
- ✧ सब्जी, फल एवं शीघ्र नष्ट होने वाले पदार्थ को प्लास्टिक बैग में नहीं रखा जाना चाहिए ।
- ✧ शीघ्र नष्ट होने वाले पदार्थ का वाष्पीकरण प्लास्टिक बैग में कम होता है, अतएव इन्हें प्लास्टिक बैग में नही रखा जाना चाहिए। ऐसे पदार्थ को सूर्य की रोशनी से दूर ठंडे स्थान पर रखा जाना चाहिए।
- ✧ भोजन बनाने एवं भोजन परोसने के बर्तन नॉन टॉकस्कि (Non-toxic) पदार्थ का ही बना होना चाहिए ।
- ✧ खाद्य पदार्थ शिक्षकों के द्वारा / विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य/रसोईया-सह-सहायिका के द्वारा परोसने के पूर्व चखा जाना चाहिये ।
- ✧ खाद्य पदार्थ को रखे जाने वाले बर्त्तन तथा इसे संधारित करने, तैयार करने एवं उपयोग में लाये जाने वाले बर्त्तन जंग रहित होने चाहिए ताकि भोजन के विषाक्त होने की संभावना न हो।
- ✧ बर्तन या संधारण पात्र, जिसमें खाद्य पदार्थ संधारित किया जाता हो, अच्छे तरीके से ढका हुआ होना चाहिए, ताकि खाद्य पदार्थ धूल-गर्दे, मक्खी एवं कीड़े मकोड़े आदि सुरक्षित रह सके।
- ✧ खाद्य पदार्थों तैयार करने वाले एवं परोसने वाले अपनी सफाई पर ध्यान देंगे, धुले कपड़े पहनेगें, नाखुन कटे हुए होने चाहिए, हाथ साबुन से साफ एवं धुला हुआ होना चाहिए। कार्य प्रारंभ करने से पहले एवं कच्चे पदार्थों से संपर्क करने से पूर्व तथा प्रत्येक बार बाथरूम उपयोग करने के उपरांत पानी एवं साबुन / सर्फ से हाथ अनिवार्य रूप से साफ करना चाहिए।
- ✧ सभी रसोईया – सह – सहायिका / भोजन परोसने वाले ऐसी कोई छोटी वस्तु अथवा छोटे वस्त्र इस प्रकार न रखे जिनके कभी खाद्य पदार्थ में गिरने की संभावना हो । साथ ही साथ कार्य के समय चेहरे को छूना, खुजलाना, सिर और बाल को छूना भी वर्जित रखना चाहिए ।
- ✧ खाना खाने के पहले तथा खाना खाने के बाद में साबुन से हाथ धुलाई की आदत बच्चों में विकसित करने हेतु प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ।
उपरोक्त इन सभी पहलुओं पर सक्रिय निगरानी और सामुदायिक सहयोग से ही तिथि भोजन कार्यक्रम को बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण को वास्तव में लाभ पहुँचाया सकता है।
सूचना :-
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