झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में PTM बैठक को निर्धारित SOP के अनुसार आयोजित करने का निर्देश दिया है। अभिभावक-शिक्षक बैठक का उद्देश्य अभिभावकों की विद्यालय में भागीदारी बढ़ाना और उन्हें छात्रों से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी देना है। यह बैठक हर तीन महीने में एक बार, यानी एक शैक्षणिक सत्र में कुल चार बार आयोजित की जाएगी।
PTM बैठक का कार्यक्रम
राज्य के सभी सरकारी, गैर-सरकारी और सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) विद्यालयों में जून से मार्च के बीच चार बार अभिभावक शिक्षक बैठक (PTM) का आयोजन निर्धारित SOP के अनुसार किया जाएगा। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् के आदेश के अनुसार, छात्रों का नामांकन बढ़ाने, नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और लर्निंग गैप को कम करने के लिए अभिभावकों की सकारात्मक भागीदारी जरूरी है। इसी उद्देश्य से विद्यालयों में नियमित रूप से अभिभावक-शिक्षक बैठक आयोजित की जानी है।
नीचे दी गई तालिका के अनुसार विद्यालयों में अभिभावक शिक्षक बैठक की तिथियाँ तय की गई हैं –
पीटीएम | माह | समय |
---|---|---|
पहला | 18-26 जून, 2025 | 09:00 से 12:00 बजे तक |
दूसरा | 8-16 सितम्बर, 2025 | 10:30 से 1:30 बजे तक |
तीसरा | 8-16 दिसम्बर, 2025 | 10:30 से 1:30 बजे तक |
चौथा | 8-16 मार्च, 2026 | 10:30 से 1:30 बजे तक |
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PTM बैठक का उद्देश्य
- 🧑🧒 स्कूल में बच्चों के लिए अच्छा और आरामदायक माहौल बनाना।
- 🧑🧒 बच्चों को पढ़ाई में मदद करना।
- 🧑🧒बच्चों की पढ़ाई में आई कमी (Learning Gap) को दूर करने के लिए माता-पिता को जिम्मेदारी का एहसास कराना और घर पर भी पढ़ाई का माहौल बनाना।
- 🧑🧒 बच्चों के पढ़ाई और अन्य गतिविधियों में माता-पिता की भागीदारी बढ़ाना।
- 🧑🧒 बच्चों के सुरक्षा से जुड़े अधिकारों की जानकारी देना और उन अधिकारों के उल्लंघन को रोकने में मदद करना।
अभिभावक शिक्षक बैठक SOP क्या है ?
पीटीएम बैठक की योजना का क्रियान्वयन एवं इसकी प्रमुख जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक की होती है। इसका सफल संचालन प्रधानाध्यापक तथा संबंधित विद्यालय के सभी शिक्षकों की सामूहिक जिम्मेदारी होगी। SOP के अनुसार, प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक को निम्नलिखित गतिविधियों के संचालन की जिम्मेदारी दी गई है:-
- ➡️ PTM बैठक में ज़्यादा से ज़्यादा अभिभावक आएं, इसके लिए गाँव में जागरूकता और उत्साह का माहौल बनाना।
- ➡️ ग्राम पंचायत और विद्यालय प्रबंधन समिति (VMC) के सदस्यों की भागीदारी सुनिश्चित करना।
- ➡️ अभिभावक शिक्षक बैठक से पहले स्कूल की सफाई, सजावट और सभी जरूरी तैयारियाँ पूरी करना।
- ➡️ शिक्षकों के बीच जिम्मेदारियों का बंटवारा करना ताकि हर कोई अपनी भूमिका अच्छे से निभा सके।
- ➡️ PTM बैठक के तय एजेंडा के अनुसार गतिविधियाँ आयोजित करना और यह ध्यान रखना कि ये गतिविधियाँ बच्चों, अभिभावकों और सभी मेहमानों के लिए जानकारी देने वाली और प्रेरणादायक हों।
- ➡️ अगर स्कूल को कोई स्वेच्छा दान मिला हो, तो उसका ठीक से रिकॉर्ड रखना और रिपोर्ट तैयार करना।
- ➡️ राज्य स्तर पर दिए गए फॉर्मेट में PTM की कार्यवाही लिखना और इसे प्रखंड व जिला कार्यालय को भेजना।
- ➡️ अगर अंतिम समय में कोई समस्या आए, तो उसका तुरंत समाधान करना और ज़रूरत पड़ने पर प्रखंड या जिला स्तर से संपर्क कर सहायता लेना।
- ➡️ ध्यान रहे कि PTM एक अहम सामुदायिक कार्यक्रम है, इसलिए प्रधानाध्यापक को यह सुनिश्चित करना होगा कि विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य इस कार्यक्रम में जरूर शामिल हों।